सदा स्वस्थ रहने के लिए आज यह जरुरी है कि हम अब अपनी ही प्रयत्नों को सक्रिय करें। हमने भागम भाग भरी आपाधापी की दिनचर्या से जीवन जीने की उत्तमता के विपरीत आचरणों को स्वीकार करते हुए अपने स्वस्थ्य रहने वाले शरीर को अनेक रोगों से ग्रसित कर लिया है। घर आंगन में सरल सहज और उत्तम संस्कारों से दूरी बना ली गई है और गंभीर परिणामों को आमंत्रित कर लिया है। विभिन्न मजबुरियां आज असाध्य बनकर चिंतनीय है। इन्हीं के चलते पुनः स्वस्थ रहने आप आपने आरोग्यम में हैं।
पुनः स्वस्थ बनें, कभी रोगी ही न बनना पड़े इसके लिए ‘आरोग्यम्’ की सेवा आपकी प्रयासों में ही भागीदारी है। आप अपने सदा स्वस्थ रहने के प्रयास में सफल हों। आरोग्यम् अपनी सेवाओं में स्वस्फूर्त सहयोग चाहता हे।
आरोग्यम् में प्रवेशित होते समय स्वागत कक्ष में निर्धारित प्रपत्र को पूर्णतः पढ़ समझकर अपेक्षित पूरी जानकारी लिखें। क्योंकि आपके द्वारा दी गई जानकारी आरोग्यम् द्वारा कम्प्यूटर के माध्यम से सुरक्षित कर ली जाती है और उसके आधार पर ही चिकित्सक परामर्श एवं अनुसंधान क्षरा उपचार सेवा सुनिश्चित करते हैं।
:: आरोग्य का सेवादल उपचार की सुनिश्चित की गई प्रणालिका से अपनी सेवाएँ उपलब्ध कराता है।
:: उपचार के दिनों में चिकित्सक निरंतर आपकी समस्त गतिविधियों, उपचार प्रक्रियाओं एवं साधना प्रयासों का अध्ययन करते हैं और अपनी सेवाओं में सतत परिवर्तन, परिवर्धन एवं परिचालन करते हैं। इसमें साधकों का सावधानी पूर्वक सहयोग जरूरी होता है।
आरोग्यम् आपसे यह सुनिश्चित चाहता है
:: कि चिकित्सकों के निर्देशों का शांतिपूर्वक पालन करें।
:: कि उपचार सेवाओं के समय हसमुख रहे, गपशप या अन्य बातों से बचें।
:: कि उपचार के समय न तो जल्दबाजी करें और नही अपने मेहमानों से मिलने उतावले बनें।
:: कि आरोग्यम की सेवा अवधि में खाने पीने की कोई भी सामग्री अपने मिलने वालों से स्वीकार नहीं कीजिए।
:: कि आरोग्यम् में आगुन्तुकों से निर्धारित समय व अवधि तक ही मिलें। अनावश्यक बलाप थोपे जाने वाले सुझावों से अपने को बचायें।
:: कि आरोग्यम से वापसी समय निर्देश पत्र जरुर प्राप्त कर लेवें।
यह अनिवार्य है
:: आरोग्यम् में सेवाओं के लिए प्रवेश केवल रविवार की शाम 4 बजे से 6 बजे तक ही होगा।
:: आरोग्यम् से जाने की अनुमति रविवार को ही दी जाएगी एतर्थ साधक रविवार को जाने से पूर्व कार्यालयीन समय में जानकारी देकर निर्देशपत्र आदि कार्यवाही पूरी करने में मदद हरें।
:: विशेष परिस्थिति में मुख्य चिकित्साधिकारी के आदेश पर साधक को छुट्टी दी जा सकती है।
:: साधक को रविवार तक ही प्रवेशित माना जाएगा।
:: आरोग्यम् की सूचना फलक पर दिए गए निर्देशों के पालन की अनिवार्यता है।
:: साधक अपनी सुविधा के लिए अन्य साधकों का भी आदर करें।
:: शांति बनाये रखें और स्वस्थ रहें।